- ज्योतिष, धार्मिक

जाने व्यापार वृद्धि यंत्र के फायदे

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*व्यापार वृद्धि यन्त्र*
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????क्या आप अपने व्यापार में मेहनत करके भी कुछ बचत नही कर पा रहे।

????क्या आपका व्यापार हर समय नुकसान दे रहा।

????क्या दुकान को किसी ने बांध रखी है।

????तो आज ही *व्यापार वृद्धि यन्त्र* लाकर उसकी दीपावली को दुकान में स्थापना करे।

????अगर आपको व्यापार (बिजनेस) में बार-बार हानि हो रही है या आपको अपनी दुकान में चोरी का डर सताता है तो आपको व्यापार वृद्धि यंत्र का उपयोग अवश्य करना चाहिए।

????व्यापार वृद्धि यन्त्र का प्रयोग के बारे मे नवीन सांखला आपकौ बताते हैं कि कैसे करें – इस यंत्र के साथ माता लक्ष्मी की पूजा करने से व्यापार में लाभ होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस यंत्र को शुक्ल पक्ष में रविवार को भोजपत्र पर बनाना चाहिए परन्तु भोजपत्र पर शुद्धता के साथ लिखना संभव नहीं हो पाता है इस लिए वैज्ञानिक विधि से वर्तमान में निर्माण किया जा रहा है। व्यापार वृद्धि यंत्र की प्रतिष्ठा व पूजा करने के बाद इसे घर, ऑफिस, दफ्तर या अपनी दुकान के पूजा स्थल पर स्थापित कर दें। इसकी प्रतिदिन पूजा बेहद आवश्यक है।

????व्यापार वृद्धि मंत्र : ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्मै नम:।
ॐ महालक्ष्म्यै विद्महे महाश्रियं च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात।
ॐ या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम :।

????दीपावली के दिन शुभ मुहूर्त में व्यापार वृद्धि यंत्र के सम्मुख बैठकर लक्ष्मी मन्त्र से माला जप करने से धन का आगमन बना रहता है। व्यापार वृद्धि यंत्र की पूजा नियमित रूप से करनी चाहिए और पूजा करते समय यंत्र के ऊपर इत्र आदि का छिड़काव करना चाहिए तथा धूप, दीप, नैवेद्य अर्पित करना चाहिए इससे रोजगार में वृद्धि होती है। इस यंत्र की नियमित रूप से पूजा पाठ एवं माला जप करने से लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

????सुबह कार्य स्थान पर पहुंचकर सबसे पहले श्री यंत्र को प्रणाम करें, फिर ॐ श्री ह्रीं क्लीं महा लक्ष्मै नमः मंत्र की कम से कम एक माला जाप करें।

सुबह दुकान खोलते समय और बंद करते वक्त अपने दाहिने हाथ को जमीन पर लगा कर मस्तक अथवा हृदय पर लगाएं। छप्पर फाड़ लाभ पाने का यह राम बाण नुस्खा है।

????शुक्रवार के दिन लक्ष्मी नारायण मंदिर में गुलाब के फूलों की अगरबत्ती जलाएं, गुड़ और चने का भोग लगाकर प्रसाद बांटें।

????व्यापार वृद्धि के लिए घर में बनने वाली पहली रोटी गाय को और अंतिम रोटी कुत्ते को खिलाएं। सुबह के समय कौवों को रोटी डालें

????????नवीन सांखला ????????

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