- ज्योतिष, धार्मिक

जाने रविवार का व्रत क्यो और किसलिये किया जाता है

Spread the love

❓जिज्ञासा और समाधान की भेंट❓

????????नवीन सांखला ????????

????आज की जिज्ञासा????
????????????

रविवार व्रत के नियम ????

???? समाधान ????

????सूर्यदेव का व्रत????????????

????भगवान सूर्यदेव की पूजा रविवार के दिन की जा सकती है| अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो वह अपने समस्त कष्टों से मुक्ति पा सकता है और असीम सुखों को पा सकता है| इसका उल्लेख नारद पुराण में भी है की रविवार के दिन पूजा करना काफी आरोग्यदायक और शुभ होता है| रविवार व्रत रखने से सूर्य देव की कृपादृष्टि जातक पर बनी रहती है| सूर्य को नवग्रहों का राजा कहा जाता है और नवग्रह शांति विधान के अनुसार भी सूर्योपासन करने मात्रा से समस्त ग्रहों की शांति हो जाती है हर व्यक्ति को रविवार का व्रत रखना चाहिए, उस दिन प्रातःकाल में सूर्यदेव की पूजा करके सूर्यनमस्कार करने चाहिए| इस विधि से पूरा जीवन सुखों से भर जाता है|

व्रत कैसे करें ????
????????????????????

रविवार व्रत विधि????
????रविवार का व्रत किसी भी माह के शुक्ल पक्ष के पहले रविवार से प्रारंभ किया जा सकता है|

????रविवार के व्रत के दिन सबसे पहले जातक को पूजा के लिए आवश्यक सामग्री एकत्रित कर लेनी चाहिए जैसे की लाल चन्दन, लाल वस्त्र, गुड़, गुलाल, कंडेल का फूल इत्यादि|

????जातक को सूर्यदेव की पूजा सूर्यास्त से पहले कर लेनी चाहिए और भोजन मात्र एक ही समय करना चाहिए|

????रविवार का व्रत कम से कम एक वर्ष या फिर पांच वर्षों तक करना चाहिए |????

????रविवार के दिन सबसे पहले प्रातःकाल में स्नान इत्यादि से निवृत हो कर लाल वस्त्र पहन लेने चाहिए और अपने मस्तक पर लाल चन्दन से एक तिलक कर लेना चाहिए|
तत्पश्चात, एक ताम्बे का कलश में जल लेकर उसमे अक्षत, लाल रंग के पुष्प और रोली इत्यादि डाल कर सूर्य भगवान को श्रद्धापूर्वक नमन करके अर्ध्य प्रदान करना चाहिए| इसके साथ ही “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:” मंत्र का ज्यादा से ज्यादा जाप करना चाहिए|

????रविवार के व्रत वाले दिन भोजन सिर्फ एक समय ही और सूर्यास्त से पहले कर लेना चाहिए|

भोजन बिलकुल सामान्य होना चाहिए, जातक को गरिष्ठ, तला हुआ, मिर्च मसालेदार या और कोई पकवान नहीं खाना चाहिये|

????बहुत अच्छा रहेगा अगर बिना नमक के गेंहूं की रोटी या गेंहूं के दलिया बने जाये और भोजन करने से पहले कुछ भाग बालिका या बालक को खिला कर या मंदिर में दान करके फिर ही खाना चाहिये|

व्रत के दिन सभी तरह के फल, औषधि, जल, दूध या दूध से बने हुए भोज्य पदार्थों का सेवन करने से रविवार का व्रत नष्ट नहीं होता है|

????यदि बिना भोजन किये अगर सूर्य अस्त हो जाता है तो अगले दिन सूर्यास्त के पश्चात सूर्य को अर्ध्य प्रदान करने के बाद ही भोजन करना चाहिए|

????भोजन में गुड़ का हलवा भी बनाया जा सकता है|
सबसे अंतिम रविवार को जातक को उद्यापन करना चाहिये और एक योग्य ब्राह्मण को बुलाकर हवन करवाना चाहिये|

????रविवार व्रत रखने के समय सम्भोग नहीं करना चाहिए और ब्रम्हचर्य का पालन करना चाहिए| व्रत के समय पान खाना वर्जित है और दिन में सोना नहीं चाहिए|

????इस क्रिया के पश्चात एक अच्छे और योग्य दंपत्ति को भोजन करवाना चाहिये और उनको यथाचित दक्षिणा एवं लाल वस्त्र प्रदान करने चाहिये|

????इन सब क्रियाओं के बाद रविवार के व्रत को सम्पूर्ण माना जाता है|