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मोदी जी की दृढ़ इच्छाशक्ति से ही संभव हो सका है धारा 370 का खात्मा

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*मन की बात
धारा 370 महज एक धारा नही थी,यह सर्व विदित है कि यह वर्षो से एक हिंदुस्तान के संविधान के विपरीत प्रयोग की जाने वाली सिरदर्दी थी जो निवर्तमान प्रधानमंत्री की हमदर्दी वश मौकापरस्त हुरियतो के लिए वरदान बनी हुई थी । गौर तलब है कि इस धारा के साथ अस्थायित्व का प्रावधान आर्टिकल में साफ जाहिर था किंतु 70 वर्ष की लंबी अवधि के अस्थायित्व को कश्मीर के नेताओ ने तोड़ मरोड़ कर स्थायित्वता में न केवल तब्दील मानने की भूल की बल्कि काश्मीर की आम जनता के भविष्य के साथ निरन्तर खिलवाड़ भी किया
उन्हें उनके हकों से महरूम कर उन्हें बरगलाया जाता रहा और उनमें नफरत पैदा की जाती रही जिसका नतीजा आतंकवाद जैसी घोर पैदाइश ने लिया और शांत सुरम्य जन्नत का पर्याय कश्मीर घाटी में अशांति व भय का वातावरण निर्मित हुआ ।
हम अपने ही देश मे बेगाने होने लगे,हमारी ही मिट्टी हमे मेहमान मानने लगी,और हमारा ही स्वर्ग हमे नरक दिखाने लगा….आखिर क्यू???
जब कश्मीर भारत का अभिन्न अंग कहलाया जा सकता था तो परिणीति स्वरूप माना क्यू नही गया….क्या खोट रही कश्मीर की जम्बूरीयत में वँहा के सियासत दानो में और राजनीति के हिमायत दारो में जो हिंदुस्तान की सर जमीन पर रहते हुवे भी खुद को हिन्दुस्तानियो से भिन्न समझने की बात करे….भरतीय संविधान को न लागू करते हुवे खुद के कानून की मांग करें….. आम लोगो के अधिकारों का हनन करे और बेवजह जोर जोर से चिल्लाकर अनन्याय की दुहाई दे
शर्म आना चाहिए ऐसी कथनी और करनी पर जो देश को बांटने की बात करे,अवाम को बाटने की बात करे और पड़ोसी दुश्मनो का साथ करे ।
राजनीति और धार्मिक कट्टरता के चश्मे को त्याग कर केवल देश व समाज के उत्थान परक चिंतन से केवल अच्छाई व बुराई पर मनन कर लीजिए दूध का दूध व पानी का पानी स्पष्ट हो उठेगा :
*1. आखिर किस मंशा से 35A की रचना की गई जिसके अंतर्गत बिना राज्य सरकार की इच्छा के कोई शिक्षा का अधिकार न पा सकेगा, आखिर क्यों भाई ?*
*2. राज्य से बाहर का कोई भी व्यक्ति राज्य का स्थायी निवासी नही हो पाकर न नोकरी न मकान पा सकेगा? आखिर क्यों ?*
*3. राज्य का झंडा अलग होगा???*
*4. राज्य की महिला राज्य के बाहर के निवासी से विवाह करती है तो वो अपने सम्पूर्ण अधिकारों से वंचित हो जाएगी?*
*5.पाकिस्तान से आए नागरिक को राज्य सरकार स्थायी नागरिकता दे सकती है पर हिंदुस्तान के अभिन्न अंग में हिंदुस्तानी को एक इंच तक स्थायी जगह लेने का अधिकार नही होगा आखिर क्यों???*

और भी अन्य अधिकारों का हनन करता ये 370 व 35A अगर कानून के दायरे में रहकर मोदी सरकार दृढ़ इच्छा शक्ति से हटाती है तो काश्मीर में बैठे आस्तीन के सांपो का बिलबिलाना समझ मे आता है किंतु हिंदुस्तान की सर जमीन पर फलने फूलने वाले कुछ निकृष्ट,असामाजिक,असहिष्णु,
निर्बुद्धी जड़ बुद्धि लोगो को जो इस ऐतिहासिक फैसले के भाग्यशाली साक्षी बनने के बजाय प्रतिकारिता की बिन बजाए जा रहे है पर तरस आता है ।
क्षमा करें पर छोटे मुंह बड़ी बात
अब जब देश का हर बच्चा बच्चा
नोजवान, वृद्ध, व सर्वहारा वर्ग देश भक्ति से ओत प्रोत हो रहा है ऐसे में मोदी के फैसले की बुराई करने वाले कतई हतप्रभ न हो क्यों कि *राष्ट्र सर्वोपरि है*
सारे नियम कानून कायदे उसके नीचे हो सकते भी है पर राष्ट्र किसी भी सूरत में ऊंचा ही
रहेगा ।
आशा है अपने विचारों से नीचे न गिरे,राष्ट्र भक्ति का परिचय देवे अभी मोदी सरकार के अचंभित फैसले और भी है दिल थाम कर बैठे ।
याद रहे जो देश हित की बात करेगा…वही देश व समाज के मध्य राज करेगा ।
*वन्देमातरम*
*- संजय अग्रवाल इंदौर*