- Uncategorized, उज्जैन, धार्मिक, विडियो, विदेश, शहर

45 शिखर के जिनालय में विराजेंगे प्रभु अभ्युदय पार्श्वनाथ, 14 जनवरी से आयोजन का शुभारंभ

Spread the love

उज्जैन /धार्मिक नगरी उज्जैन को पहले विश्व के अनूठे श्री कल्याण मंदिर नवग्रह महातीर्थ की सौगात मिली है, 45 शिखर के जिनालय में विराजेंगे प्रभु अभ्युदय पार्श्वनाथ, प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 23 दिवसीय रहेगा जो कि 14 जनवरी से शुरू होगा और 4 फरवरी को मुख्य समारोह के साथ समापन होगा जिसमें जैन मुनियों के साथ-साथ करीब 1लाख श्रद्धालु सम्मिलित होंगे, जिसका पूरा इंतजाम अभ्युदय पुरम में किया गया है, श्री कल्याण मंदिर महातीर्थ में अभ्युदय पुरम गुरुकुल का निर्माण भी किया गया है, गुरुकुल में सीबीएसई पद्धति के माध्यम से सर्व वर्ग के बच्चों को शिक्षा दी जाएगी।


तीर्थ प्रेरक मालव मार्तंड आचार्य मुक्ति सागर सुरिश्वर जी महाराज ने बताया कि प्रभु पार्श्वनाथ की महिमा के वर्णन वाले कल्याण मंदिर स्त्रोत की रचना पर आधारित विश्व का पहला अनूठा जिनालय उज्जैन में स्थापित हुआ है ,करीब 25 वर्ष पहले आचार्य सिद्ध सेन दिवाकर सूरी ने अवंती नगरी में ही इस शोध की रचना की थी जिसकी कुल 45 गाथा है इसी महत्व के दृष्टिगत बड़नगर रोड स्थित धर्मबल्डा पर सफेद संगमरमर से श्री कल्याण मंदिर नवग्रह के साथ 45 शिखर युक्त नवीन मंदिर बना है प्रत्येक शिखर मंदिर में प्रभु पार्श्वनाथ की प्रतिमाएं प्रतिष्ठित होंगी जो प्रमुख 108 पाश्र्वनाथ तीर्थ के स्थापित प्रतिमाओं के वर्ण प्रतीक स्वरूप रहेगी।
महोत्सव संयोजक मफतलाल संघवी व मीडिया प्रभारी डॉ राहुल कटारिया ने बताया कि करीब 600 शिल्पकारों ने 8 साल में नक्काशीदार कलात्मक शैली में इस जिनालय का निर्माण किया है मंदिर के आसपास स्त्रोत की प्राकृत भाषा में गाथा और नीचे उसका हिंदी में वर्णन भी उल्लेखित है मंदिर का पूरा क्षेत्रफल 25 बीघा का है, 4 फरवरी को मंदिर का मुख्य भव्य प्रतिष्ठा समारोह होगा।
14 जनवरी को मकर संक्रांति से हवन ,पूजन ,अनुष्ठान आरंभ हो जाएंगे ,इसके साथ ही प्रतिदिन धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे ,29 जनवरी को सूरज नगर ग्राउंड से महोत्सव में शामिल होने आए साधु साध्वियों को नगर प्रवेश यात्रा निकाली जाएगी ,जोकि उज्जैन के प्रमुख मार्गों से होकर निकलेगी, 30 जनवरी से प्रभु पार्श्वनाथ के च्वयन ,जन्म,दीक्षा ,केवल ज्ञान एवं निर्वाण के पांचों कल्याण के साथ लाइट एंड साउंड के साथ मंचीय कार्यक्रम होंगे ,3 फरवरी को तीर्थ परिसर से भव्य रथयात्रा निकलेगी एवं आचार्य श्री मुक्ति सागर सूरी जी के शिष्य पन्यास प्रवर श्री अचल मुक्ति सागर जी का आचार्य पद आरोहण होगा।
3 फरवरी को ही शाम को आध्यात्मिक कवि सम्मेलन होगा जिसमें तारक मेहता का उल्टा चश्मा फेम प्रसिद्ध कवि शैलेश लोढ़ा सहित अन्य प्रसिद्ध कविगण काव्य पाठ करेंगे, और 4 फरवरी को 45 शिखर युक्त जिनालय में प्रभु अभ्युदय पार्श्वनाथ की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
कार्यक्रम की प्रेस वार्ता में श्री कल्याण मंदिर महातीर्थ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के संरक्षक अनिल जैन कालूहेड़ा परामर्शदाता कुशल राज गुलेजा, संयोजक मफतलाल संघवी गौतम चंद धींग ,रामचंद्र मूणत, मीडिया प्रभारी डॉ राहुल कटारिया एवं ट्रस्ट के पदाधिकारी विजय सुराणा, हस्तीमल संघवी ,सुभाष चंद्र दुग्गड ,संजय जैन, अनिल शेखावत ,कैलाशचंद्र संघवी राजेश कटारिया सहित समिति के पदाधिकारी मौजूद रहे।