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2 वर्ष में कलेक्टर ने 3 बार अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए, नायब तहसीलदार नहीं कर रहे हैं कार्रवाई

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उज्जैन/ एक तरफ सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भूमाफियाओं ,अतिक्रमण कर्ताओं पर सख्त कार्यवाही कर रहे है वंही पर उज्जैन के बड़नगर तहसील के इंगोरिया में अपने घर के सामने अतिक्रमण को हटाने की शिकायत 2 साल से कर रहा है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी पीड़ित परिवार के हित में कोई कदम उठाने को तैयार नहीं है
इस मामले को ओंकार पिता तुलसीराम कुशवाह निवासी ग्राम इंगोरिया, तहसील बड़नगर जिला उज्जैन ने प्रेस के समक्ष रखते हुए बताया कि मेरे घर के बाहर मेरी निजी भूमि पर इंगोरिया-उन्हेल रोड़ पर चतर पिता कनीराम एवं विजय पिता हेमराज ने अवैध रूप से पक्की दुकान का निर्माण कर लिया है। इस संबंध में बीते वर्षों में 100 से अधिक शिकायतों के पश्चात नायब तहसीलदार टप्पा इंगोरिया तहसील बड़नगर जिला उज्जैन द्वारा प्रकरण क्र. 0053 अ-68/2020-21 आदेश दि.01.02.2021 द्वारा उक्त अतिक्रमण को हटाने के निर्देश दिये गये। इसके विरूद्ध चतर पिता कनीराम ने न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी बड़नगर जिला उज्जैन के समक्ष अपील प्रस्तुत की जो कि दिनांक 04.08.2022 को खारिज हो गई। चतर पिता कनीराम ने सिविल न्यायालय में वाद प्रस्तुत किया जो कि खारिज हो गया। इतना ही नहीं चतर व इसके परिजनों ने पीड़ित ओंकार कुशवाह के खिलाफ हरिजन एक्ट के तहत कुछ वर्ष पूर्व झूठा प्रकरण भी दर्ज करवा दिया। इसमें भी ओंकार दोषमुक्त हो चुके है। इसके अलावा कलेक्टर ने भी 3 बार ओंकार की शिकायत पर अतिक्रमण को हटाने के निर्देश अपने मातहतों को दिए हैं फिर भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया है। 2 वर्षों में न्यायालय, कलेक्टर के आदेश होने के बावजूद अब तक अतिक्रमण नहीं हटाया गया इससे स्पष्ट होता है कि बड़नगर के प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार ही भू माफिया चतर को संरक्षण दे रहे है और न्यायालयों के आदेश के बावजूद अतिक्रमण न हटाकर अपने पद, प्रभाव का दुरूपयोग कर रहे है।

*पीड़ित ओंकार ने कहां की मुख्यमंत्री आवास पर अनशन करेंगे

7 दिवस में कार्यवाही न होने पर इच्छामृत्यु के पूर्व वह अपने पूरे परिवार के साथ मुख्यमंत्री निवास के बाहर आमरण अनशन करेंगे। फिर भी न्याय नहीं मिला तो अगला कदम इच्छा मृत्यु के रूप में उठाएंगे।

इनका कहना है

जब इस मसले को लेकर नायब तहसीलदार जीवन सिंह मेघा से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि कलेक्टर साहब के आदेश मिल चुके हैं लेकिन ग्रामीणों से मेलजोल होने की वजह से वह अभी तक उसका परिपालन नहीं करवा पाए और अतिक्रमण नहीं हटाया गया है। शीघ्र ही कार्रवाई का आश्वासन दिया है