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डॉक्टर की पत्नी को साथ लेकर मैनेजर ने रचा षड्यंत्र, लाखों रुपए की नगदी और जेवरात लिए हड़प

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उज्जैन/ उज्जैन शहर में इन दिनों जालसाज लोगों के कारनामे एक के बाद एक प्रकाश में आ रहे हैं आज भी एक ऐसे ही मामले का खुलासा शहर के प्रतिष्ठित चिकित्सक ने पत्रकारों के समक्ष करते हुए बताया कि उनके दांपत्य जीवन को मैनेजर सुरेश चौधरी ने एक और खराब कर दिया वहीं दूसरी तरफ उनकी दौलत को भी हडप कर अब उनकी पत्नी का इस्तेमाल कर मान प्रतिष्ठा को भी धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है । इस मामले में पुलिस की भूमिका भी समझ से परे है चिकित्सक के साथ हुए घटनाक्रम में शिकायत किए जाने के बावजूद पुलिस के आला अफसर चुप्पी साधे हुए है।

महानन्दा नगर में डॉक्टर अरुण पी सिन्हा का वर्धनम मेडिनोक्स नाम से क्लिनिक है जहां ये प्रैक्टिस करते हैं,यहीं पर इनके संपर्क में एक मेडिकल रिप्रजेंटेटिव सुरेश चौधरी आया और भरोसे में लेकर चौधरी ने डॉ. सिन्हा के साथ धोखाधड़ी और गबन तो किया ही साथ ही उनके खुशहाल पारिवारिक जीवन में भी ज़हर घोल दिया,जब तक डॉ. सिन्हा को कुछ समझ आता उनका मैनेजर बना सुरेश चौधरी उन्हें लाखों करोड़ों की चपत लगा चुका था,जब डॉ. सिन्हा ने चौधरी से हिसाब किताब खंगाला और घपले घोटाले का हिसाब मांगा तो मैनेजर सुरेश चौधरी ने झूठी सच्ची शिकायतें करनी शुरू कर दी,शातिर सुरेश चौधरी ने डॉ. के खिलाफ़ लोगों का भी अपनी फ़ितरत से डॉ. को डराने धमकाने में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है ।
डॉ सिन्हा ने बताया की उनको लेकर अखबारों से लेकर तमाम जगह नेगेटिविटी फैली हुई है,इसे फैलाने और डॉक्टर को लूटने,बदनाम करने वाले कोई और नही बल्कि उनके अपने लोग ही हैं,जिन्होंने न सिर्फ उन्हें धन से लूटा बल्कि मान प्रतिष्ठा और मानसिक रूप से भी उन्हें लूटकर बर्बादी की कगार पर खड़ा कर दिया है, इनमें से एक तो उनकी अपनी परछाई है और दूसरा वह है जिसे डॉक्टर साहब ने सड़क से उठाकर एसी केबिन तक में बैठाया और अपना भाई,दोस्त, हमदर्द मानकर अपने क्लिनिक से लेकर घर, ऑफिस, गाड़ी यहां तक कि डॉक्टर पत्नी तक कि जिम्मेदारी दे दी ,सुरेश चौधरी नाम का यह सख्श गांव गांव जाकर डॉक्टरों को कमीशनखोरी की दवाई सप्लाई करता था, जिसे डॉक्टर अरुण पी सिन्हा ने अपने घर, क्लिनिक और सारे कारोबार में जगह दी,लेकिन सुरेश चौधरी नाम की यह बिल्ली डॉक्टर साहब का पुरा घर – परिवार और व्यापार चट कर गई और अब उनकी मान प्रतिष्ठा यहां तक कि कड़ी मेहनत से हांसिल की गई डॉक्टर की डिग्री और जमी जमाई प्रेक्टिस को तबाह करने पर तुला है, जिसमें इसकी मदद शहर के कुछ कथित लोग करने में लगे रहे हैं,ये सामूहिक रूप से डॉक्टर को मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करने की खुराफ़ाति फ़ितरतें कर रहे है,डॉक्टर के गलत ईलाज और डिग्रियों की भी एक फ़र्जी शिक़ायत सुरेश चौधरी ने करवाई है,जिसकी जाँच तीन सदस्यीय डॉक्टर्स की टीम कर रही है,डॉक्टर कथित लोगों द्वारा की जा रही ब्लैकमेलिंग और प्रताड़ना की शिकायत जल्द ही पुलिस से करेंगे।
बहरहाल डॉ सिन्हा की माने तो डॉक्टर सिन्हा की पत्नी को लेकर उनका मैनेजर सुरेश चौधरी पिछले 8 दिनों से धार्मिक यात्रा पर गए हुए थे , डॉक्टर सिन्हा की पत्नी पुरी तरह से चौधरी के प्यार के जाल में फस चुकी है, और डॉक्टर सिन्हा को उनकी पत्नी ही सुरेश चौधरी के प्यार में पडकर बर्बाद कर रही है , डॉ सिन्हा की बीवी मैनेजर के प्यार में पड़कर डॉक्टर को 16 लाख रुपए नगद और 10 लाख रुपए गहने की चपत लगाई ,आगे इस मामले में क्या होगा कहना जल्दबाजी होगी।
बहर हाल डॉक्टर अरुण सिन्हा ने पत्रकार वार्ता में आप बीती बताते हुए कहा की मैनेजर सुरेश चौधरी द्वारा डॉक्टर सिन्हा को लाखों रुपए का चुना लगाया गया और साथ ही सुरेश चौधरी ने डॉक्टर सिन्हा की पत्नी डॉक्टर चित्रा सिन्हा को भी डॉक्टर सिन्हा से छीन लिया है डॉक्टर सिन्हा का बेटा भी डॉ चित्रा सिन्हा अपने साथ ले गई है, डॉ सिन्हा द्वारा 16 लाख कार भी खरीदी थी लेकिन सुरेश चौधरी द्वारा इसमें भी जालसाजी करते हुए कार को अपनी गर्लफ्रेंड के नाम से रजिस्टर्ड करवा लिया और कार भी लेकर फरार हो गया, वहीं फ्रीगंज स्थित डॉक्टर सिन्हा के क्लीनिक में रखा हुआ सामान जिसमें सीसीटीवी कैमरा, एलईडी, लैपटॉप एवं मेडिकल इक्विपमेंट भी चुरा कर ले गया, इन सब परिस्थितियों के बीच डॉक्टर अरुण सिन्हा मानसिक रूप से परेशान होकर आत्महत्या करने की कोशिश भी कर चुका है और पिछले 3 महीने से पुलिस से भी मदद की गुहार लगा रहे हैं लेकिन अब तक पुलिस थाने में भी पत्नी और मैनेजर के खिलाफ केस दर्ज नहीं हुआ है अब डा सिन्हा न्यायालय के शरण में जाने को विवश है।

11 वर्षीय बेटे का भविष्य हुआ अंधकारमय

सुप्रसिद्ध न्यूरो रेडियोलॉजिस्ट अरुण सिन्हा ने डेढ़ दशक पूर्व नरसिंहपुर निवासी डॉ चित्रा लोधी से अपने परिजनों के विरोध के बावजूद प्रेम विवाह रचाया था। मध्यम वर्गीय परिवार की चित्रा नामक युवती श्री सिन्हा के पास इंटरशिप के चलते पहुंची थी और फिर चित्रा ने प्रेम जाल में फस कर डॉक्टर से विवाह रचा लिया जिससे इन्हें एक 11 वर्षीय पुत्र हे। बताते हैं कि मैनेजर सुरेश चौधरी के प्रेम जाल में फसी चुकी डॉक्टर चित्रा ने अरुण सिन्हा को बाय-बाय करने के दौरान जहां धनसंपदा पर हाथ साफ किया वहीं 11 वर्षीय पुत्र को भी अपने साथ ले गई। इस संबंध में डॉ सिन्हा का कहना है कि पत्नी के द्वारा किए गए इस घृणित कार्य से अब उनके पुत्र का भविष्य अंधकार में हो चुका है वे अपने पुत्र को अपने पास लाने के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे