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हफ्ते में 3 दिन आते हैं सोने चांदी के व्यापारी उज्जैन, लाखों रुपए का माल बिना बिल के बेचते हैं थोक व्यापारी

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राजकुमार अग्रवाल द्वारा

उज्जैन/ क्राइम ब्रांच की टीम के द्वारा कल जैन तीर्थ अवंती पाश्र्वनाथ धर्मशाला से मुंबई के दो व्यापारियों को हिरासत में लेकर उनके कब्जे से करीब दो करोड़ रुपए के स्वर्ण आभूषण बरामद करने में सफलता हासिल की थी। जबकि उज्जैन सोना चांदी बाजार में हफ्ते में तीन से चार दिन मुंबई इंदौर आगरा और गुजरात के बड़े व्यापारी करोड़ों रुपए के सोने चांदी के जेवरात लेकर आते हैं। इन व्यापारियों के द्वारा बिना बिल के उज्जैन मंडी में आभूषणों को कई सालों से बेचा जा रहा है। जिनमें कुछ व्यापारी तो ऐसे हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी बिना बिल के सोने चांदी के व्यापार को बेखौफ होकर कर रहे हैं। उज्जैन पुलिस और अन्य जिम्मेदार महकमा इस मामले में गंभीरता से जांच पड़ताल करें तो करोड़ों के दो नंबर के व्यापार (बिना बिल के ) का खुलासा हो सकता है।
क्राइम ब्रांच की टीम ने कल स्वर्ण आभूषण के साथ मुंबई के हेमंत और जतिन नामक युवकों को हिरासत में लेकर सफलता पर सुर्खियां बटोरी लेकिन इस मामले में पुलिस 4 घंटे से अधिक की जांच पड़ताल के बावजूद तह तक नहीं पहुंच पाई। जिससे उज्जैन सोना चांदी मंडी में बिना बिल के सोने चांदी के आभूषण व्यापारियों की दुकान पर शोरूम का हिस्सा बने हुए हैं। पुलिस इस मामले में हिरासत में आए दोनों व्यापारियों से फुटकर व्यापारियों के नाम पते लेकर उनकी दुकानों के स्टॉक और थोक व्यापारी से खरीदे गए स्वर्ण और चांदी के जेवरात के बिल का मिलान करती तो करोड़ों रुपए का बिना बिल का माल फुटकर व्यापारियों के शोरूम से बरामद हो सकता है। किंतु पुलिस इस मामले में आगे नहीं बढ़ पाई और दोनों व्यापारियों को हिरासत में लेने के साथ माल को बरामद करने के बाद अन्य जिम्मेदार महकमो को मामला जानकारी में देकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली।

बड़े शहरों से आते हैं थोक व्यापारी उज्जैन सोना चांदी मंडी में

उज्जैन के सोना चांदी बाजार में उत्तर प्रदेश के आगरा शहर से चांदी की फैंसी पायल एक माह में दो बार कुछ व्यापारी लेकर आते हैं इसी तरह गुजरात के राजकोट से राजकोटी पायल आती है वही राजस्थान से भी चांदी की कड़ियां और पायल लेकर व्यापारी आते हैं। मुंबई इंदौर रतलाम आदि शहरों से स्वर्ण व्यापारी करोड़ों रुपए के आभूषण लेकर यहां आते हैं और बिना बिल के व्यापारियों को माल भेज कर कर की चोरी कर रहे हैं।

फाइन टू फाइन करते हैं हिसाब

सोने चांदी के थोक व्यापारियों के द्वारा रिटेल काउंटर के व्यापारी से नगद राशि में हिसाब बहुत ही कम किया जाता है जबकि इनका हिसाब करने का तरीका फाइन टू फाइन होता है। इस मामले में हम आपको स्पष्ट कर दें कि थोक व्यापारी फुटकर व्यापारी को खार सहित आभूषण वजन में देते हैं इसके बदले पक्का सोना और पक्की चांदी जिसे टंच फार्म के साथ वापस ले लेते हैं जिससे उन्हें परिवहन के दौरान लाखों करोड़ों रुपए का नगदी धन इधर से उधर ले जाने की परेशानी से बच जाते हैं। बताते हैं कि यह व्यापारी प्रत्येक हफ्ते का अपना अलग-अलग क्षेत्र का शेड्यूल बना कर चलते हैं जिसमें यह कई मंडियों में सोने चांदी के आभूषण बेचकर कर चोरी करने का गंभीर अपराध कर रहे। जबकि सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार 20 ग्राम से अधिक मात्रा के स्वर्ण आभूषण या पक्का सोना या फिर कच्चा सोना बिना बिल के इधर से उधर ले जाना गंभीर अपराध है।

कर चोरी से उज्जैन के व्यापारी हो गए वारे न्यारे..

कर चोरी करना गंभीर अपराध है लेकिन सोना चांदी बाजार में व्यापार करने वाले व्यापारी बेखौफ होकर वर्षों से कर चोरी करने का दुस्साहस दिखा रहे। उज्जैन के सोना चांदी बाजार पर एक निगाह डाली जाए तो कई चौंकाने वाले तथ्य की नजर आते हैं। बताते हैं कि व्यापारी ने एक दुकान से व्यापार आरंभ करने के बाद आज उनकी सोने चांदी के बाजार में एक से अधिक फर्म संचालित हो रही है जिससे स्पष्ट होता है कि वह कर चोरी कर रहे हैं