- उज्जैन, खबर हटके, शहर

महाकाल लोक में ड्रोन उड़ाते युवक को कलेक्टर ने दबोचा

Spread the love

राजकुमार अग्रवाल द्वारा

उज्जैन/ महाकाल लोक के लोकार्पण हेतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन शहर में आ रहे हैं। प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा व्यवस्था मैं कहीं कोई चूक ना हो जाए इस हेतु मध्य प्रदेश सरकार जिला प्रशासन के माध्यम से चाक चोबन्ध इंतजाम किए हुए हैं। महाकाल परिसर और नदी क्षेत्र तथा प्रधानमंत्री जी की आम सभा स्थल पर  ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध जिला कलेक्टर आशीष सिंह के द्वारा लगाया जा चुका है। ऐसे में महाकाल लोक मैं 7 अक्टूबर को एक युवक रात 9:00 बजे के करीब ड्रोन उड़ाते हुए कलेक्टर की निगाह में आ गया। तब ड्रोन को जप्त कर लिया गया और युवक से पूछताछ की तो मामला महाकाल मंदिर की फोटोग्राफी से जुड़ा हुआ निकला।
महाकाल लोक लोकार्पण कार्यक्रम हेतु जिला कलेक्टर मध्य प्रदेश शासन के दिशा निर्देश पर पूरी क्षमता के साथ मैदान संभाले हुए हैं। इस कार्यक्रम मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की तैयारियां अब अंतिम दौर में है। प्रधानमंत्री जी उज्जैन पहुंचने पर सबसे पहले बाबा महाकाल के दर्शन पूजन करने के बाद महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे तत्पश्चात मां शिप्रा की आरती कर आम सभा संबोधित करने के लिए कार्तिक मेला प्रांगण पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री जी की सुरक्षा व्यवस्था की कमांड एसपीजी और मध्य प्रदेश पुलिस के हाथों में है। जिनके द्वारा पिछले 15 दिनों से सुरक्षा इंतजाम की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किया जा रहा है। सुरक्षा इंतजाम के चलते कलेक्टर आशीष सिंह के द्वारा महाकाल मंदिर परिसर और आम सभा स्थल के साथ-साथ शिप्रा आरती को ध्यान में रखते हुए सभी स्थानों पर ड्रोन पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस प्रतिबंध के बावजूद 7 अक्टूबर की रात को 9:00 बजे के करीब अर्जुन नामक एक युवक महाकाल लोक परिसर में ड्रोन से वीडियोग्राफी कर रहा था। जैसे ही कलेक्टर आशीष सिंह की निगाह  ड्रोन पर पड़ी तब उनके द्वारा उड़ान को संचालित करने वाले युवक को पूछताछ हेतु अपने सामने बुलवाया। पूछताछ के दौरान युवक ने अपना नाम अर्जुन बताते हुए कहा कि उसे वीडियोग्राफी करने के लिए अनिकेत सेन नामक व्यक्ति ने परमिशन दी है। तब कलेक्टर आशीष सिंह ने अनिकेत सेन के बारे में पूछताछ की तो जो जानकारी मिली वह भी कम चौंकाने वाली नहीं है। बताते हैं कि करीब 5 वर्ष से अनिकेत सेन महाकाल मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं के फोटो खींचने का टेंडर लेकर फोटोग्राफी का कार्य कर रहा है। जब अर्जुन से पूछताछ की गई तो उसने इस अनिकेत सेन के द्वारा परमिशन दिए जाने की जानकारी स्वयं कलेक्टर को दी। तब कलेक्टर ने अपनी प्रतिक्रिया में यह भी कहा कि यह अनिकेत कौन होता है ड्रोन उड़ाने की परमिशन देने वाला। फिलहाल कलेक्टर के निर्देश पर डोम जप्त किया गया है। लेकिन अर्जुन को छोड़ दिया गया। बताते हैं कि कलेक्टर के द्वारा अनिकेत सेन को पूछताछ हेतु बुलाया गया था लेकिन वह जवाब देने हेतु उपस्थित नहीं हुआ। इस मामले में केवल  ड्रोन जप्त कर लेना कहीं ना कहीं अनिकेत सेन कि महाकाल प्रबंध समिति में गहरी पेठ को दर्शाता है। अन्यथा यह मामला महाकाल थाना पुलिस को आगे की कार्रवाई हेतु सौंपा जाना था जो कि इस प्रकरण में नहीं हुआ है।

महाकाल मंदिर परिसर की फोटोग्राफी का टेंडर अनिकेत सेन को दिया है

इस संबंध में जब महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि अनिकेत को फोटोग्राफी का टेंडर दिया गया है। वह भी महाकाल मंदिर परिसर का।