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गीता से सीखा जीवन भर कर्म करते रहना – श्री धाकड़

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उज्जैन/ मेरा पूरा जीवन समाज के कमजोर और शोषित वर्ग के नन्हें बच्चों को सही शिक्षा देकर, आगे के जीवन के लिए उनकी नींव को मजबूत करना है। इसमें गीता का कर्म का सिद्धांत मेरे जीवन का आधार है। गीता निष्काम कर्म से प्रेरणा प्राप्त कर ही 1995 में इस आदर्श आवासीय विद्यालय की स्थापन की है। यह बात आवासीय विद्यालय के संचालक गणेश धाकड़ ने कही। आनंद विभाग के जिला समन्वयक डॉ. प्रवीण जोशी ने बताया कि राज्य आनंद संस्थान आनंद विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा निर्धारित प्रत्येक माह में अंतर्राष्ट्रीय दिवस की श्रृंखला में अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस आयोजित किया गया।सम्मान समारोह कार्यक्रम में सामाजिक सेवा को समर्पित, आदर्श आवासीय विद्यालय के संचालक गणेश धाकड़ का नन्हें बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योगदान, सराहनीय कार्य के लिए शाल -श्रीफल , प्रशस्तिपत्र प्रदान कर सम्मान किया गया |
सम्मान समारोह में नागझिरी थाने की उपनिरीक्षक चाँदनी गौड़ ने स्कूल की बालिकाओ को गुड टच, बेड टच विषय पर जानकारी प्रदान कर की। कार्यक्रम का संचालन आनंद से भरे अपने चिर परिचित अंदाज में स्वामी मुस्कुराके ने किया। प्रार्थना और प्रेरक गीत श्रीमती अनामिका सोनी ने प्रस्तुत किया।
संस्थान के आनंदम सहयोगी आनंदक पंडित अंकित शर्मा ने  गणेश धाकड़ को गीता उपहार स्वरुप भेंट की। आयोजन में विशेष उपस्थिति संस्था के अध्यक्ष श्री श्रीवास्तव, विमल जैन, पप्पू पठान के साथ, धाकड़ जी के पुत्र गौरव धाकड़ उपस्थित थे, उन्होंने कहा कि आनंद विभाग की इस पहल से हम बहुत गौरवांवित है, हमारे पिता जी को पूरे जीवन हमने सत्य और कर्म के साथ संघर्ष करते देखा है। आनंदक परिवार द्वारा आवासीय विद्यालय में अध्ययनरत बालिकाओं का सप्तमी के अवसर पर कन्यापूजन किया गया तथा सौ से अधिक बालक, बालिकाओं को नवरात्रि उत्सव का नन्हा गिफ्ट देकर आनंद के पल साझा किए|
सम्मान समारोह में विशेष सक्रीय आनंदम सहयोगी  राजेश शर्मा, श्रीमती प्रभा बैरागी, डॉ. स्वामीनाथ पाण्डे, डॉ.सुमन जैन, डॉ. राजेंद्र गुप्त, डॉ. संध्या सक्सेना, श्रीमती प्रीती गोयल, श्रीमती विभा डाबरे, श्रीमती नीति टंडन, रंजना मालवीय, श्रीमती अदिति लोखंडे, वर्तिका जोशी, श्रीमती स्वाति पंचोली, श्रीमती शिवानी शुक्ला,
आनंदम सहयोगी आकाश शुक्ला, राजेश तिवारी, अरुण शर्मा, दुर्गाशंकर सूर्यवंशी, जितेंद्र मालवीय, हीरालाल ऐरवाल , कुलदीप सिंह राठौड़ के साथ बड़ी संख्या में आनंदक एवं समस्त विद्यालय स्टाफ
उपस्थित रहा।
सम्मान समारोह के आयोजन में आभार जिला पंचायत उज्जैन के पूर्व आनंद विभाग प्रभारी परमानन्द डाबरे ने  माना।