- ज्योतिष

वास्तु शास्त्र के अनुसार सीढ़ी के टप्पे विषम क्यों रखना चाहिए

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*वास्तु संस्कार*

*????????नवीन सांखला ????????*

????️वास्तु शास्त्र के अनुसार मे नवीन सांखला आपको बता दें कि *घर के हर फ्लोर में दरवाजे ,खिड़की , वेंटिलेटर और कालम की संख्या सम रखने का विधान है !!*

*????️ जबकि सीढ़ी के टप्पों की संख्या विषम रखी जाती है !!*

*???? सम संख्या को पूर्ण संख्या कहा जाता है इससे पूर्णता आती है !!*

????️ इसीलिए दरवाजे ,खिड़की , *वेंटिलेटर और कालम की संख्या सम रखने का विधान है !!*

????️ जब भी हम लोग अपना पहला *कदम बढ़ाते हैं तब हमारा दाहिना पैर ही आगे बढ़ता है !!*

*????️ दाहिने पैर को शुभ माना गया है यह शुभता का प्रतिक है !!*

*???? दाहिना पैर मजबूती देता है ,दाहिना पैर स्थायित्व का प्रतिक है !!*

*????️ जब भी शादी के फेरे पड़ते है तब वधु दाहिना पैर को आगे बढ़ाती है !!*

*????????‍???? फेरे के दौरान सारा वैवाहिक कार्यक्रम वधु दाहिने पैर से सम्पन्न करती है !!

*????????‍???? फेरे के बाद लडकी जब अपने ससुराल आती है तो घर के अंदर प्रवेश* करते समय दाहिना पैर को आगे करती है !!

*????️ सीढ़ी में हम जैसे ही पैर रखते हैं हमारा दाहिना पैर ही आगे बढ़ता है !!*

*???? अगर सीढ़ी के टप्पे विषम हुए को प्रथम तल में पहुँचने पर हमारा* दाहिना पैर ही पहुंचेगा जो की शुभता का प्रतिक है !!

???? अगर सीढ़ी के टप्पे सम हुए तो *प्रथम तल में पहुँचने पर हमारा बाया पैर ही पहुंचेगा !!*

???? इसीलिए ऋषी मुनियों ने जब वास्तु शास्त्र की नियमावली बनाई तब *खिड़की ,दरवाजे , वेंटिलेटर, कालम को तो सम संख्या में रखने को कहा लेकिन सीढ़ी के टप्पों को विषम संख्या में रखने को कहा !!*