- इंदौर, धार्मिक, शहर

श्रावक तीर्थंकर प्रभु को श्रंगार एवं शाही वस्त्र-आभूषण धारण करायेंगे

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इंदौर /प्रभु सभी जीवो का कल्याण करने में समर्थ है इसीलिए प्रभु हमारा कल्याण करने वाले कल्याणक कहलाए , क्योंकि उन्होंने तो अंतिम बार गर्भ जन्म तप ज्ञान मोक्ष लिया ही है, प्रभु के इन्हीं कल्याणक के माध्यम से रूपांतर प्रस्तुति द्वारा श्रावकों को संदेश देना पंचकल्याणक का उद्देश्य है , इन्हीं संस्कारों और अनुष्ठान के माध्यम से प्रतिमा को प्रतिष्ठित किया जाता है और वह पूजनीय हो जाती है प्रभु की माता गर्भावस्था में भक्ति पूर्वक सात्विक दिनचर्या रखती थी वही स्वभाव जन्मोपरान्त बालक प्रभु में विद्यमान हो जाता है , गर्भ कल्याणक के पूर्व की आंतरिक क्रियाएं स्थापना पूजन के माध्यम से 24 तीर्थंकरों के पंचकल्याणक होते हैं , पंचकल्याणक मानव मात्र के लिए विशुद्धि का कारण बनते हैं जैसी हम भविष्य की भावना करेंगे वैसे ही वह आगे चलकर चरितार्थ होती है किंतु परिकल्पना करना आवश्यक है , यह उद्गार संयोगितागंज दिगंबर जैन समाज छावनी द्वारा सन्मति स्कूल में आयोजित पंचकल्याणक महा महोत्सव में पंडित भरत शास्त्री ने व्यक्त किए।


प्रवक्ता ज्योतिषाचार्य एमके जैन ने बताया कि दोपहर को मुनि श्री आदित्यसागरजी , अमित सागर जी एवं सहजसागरजी ससंघ का मंगल प्रवेश महोत्सव पंडाल में हुआ , सुनील बिलाला शांतनु जैन अनीश सोनी श्रेणिक जैन देवेंद्र सेठी प्रकाश बड़जात्या पारस अग्रवाल मनीष लुहाडिया नरेश जैन एवं अर्पित गोधा ने पाद प्रक्षालन कर अगवानी की।

गुलाबचंद गोधा, सुरेश जैन ने बताया कि रविवार 27 नवंबर को प्रातः 7:15 बजे तीर्थंकर बालक का जन्म 9:00 बजे मुनि श्री आदित्यसागरजी के प्रवचन 11:30 बजे तीर्थंकर बालक को सौधर्म इन्द्र इंद्राणी विपिन मंजू सोगानी शोभा यात्रा के माध्यम से पंचायती मंदिर स्थित पांडुक शिला पर विराजमान कर जन्माअभिषेक करेंगे दोपहर 3:00 बजे सन्मति स्कूल स्थित पंडाल में समस्त तीर्थंकर प्रतिमाओं को श्रंगार कर शाही वस्त्र आभूषण धारण कराये जायेंगे 3:30 बजे मुनि संघ द्वारा देशना एवं सांय 6:30 बजे पालना एवं बाल क्रियाएं होंगी , इस अवसर पर सुनील शाह दिलीप डोसी मनोज गोधा दिलीप गोधा नेमीचंद लुहाडिया अशोक सोनी हर्ष गोधा हेमंत टोंगिया जयंत डोसी लविश सेठी सुलोचना बड़जात्या सुनील बिलाला सम्मिलित रहे।