- ज्योतिष

3 माह मैं धरती पर होगी बड़ी-बड़ी प्राकृतिक घटनाएं

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*सावधान! सावधान! सावधान!*
ब्रम्हांड में वर्तमान में जो ग्रह गोचर की स्थिति बन रही है वह आने वाले तीन माह के लिए ठीक नहीं है। लेकिन आज 25 जुलाई से 10 अगस्त तक के 15 दिन की स्थिति विशेष चिंताजनक है। इन 15 दिनों में हमें देश दुनिया में भारी उथल पुथल देखने को मिलेगी। प्रकृति हमें रौद्र रूप दिखाने को तैयार है। चक्रवात व बड़े तूफान की स्थिति अधिक बनेगी। यह स्थिति दुनिया के कई हिस्सों में आज भी हमें देखने को मिल रही है। अग्नि व जल से संबंधित दुर्घटनाएं होने के अधिक आसार हैं। लगभग प्रत्येक व्यक्ति तनावग्रस्त दिखेगा। शासन व प्रजा अर्थात जनता के बीच दूरी व तनाव दुनिया के कई देशों में देखने को मिलेगा। यह स्थिति बड़ी हिंसा को भी जन्म दे सकती है। हमारे जीवन का लगभग हर भाग इस गोचर ग्रह अवस्था से प्रभावित होता दिखेगा। अर्थतंत्र बड़े स्तर पर प्रभावित होता दिखेगा। अनावश्यक खर्च से बचें। धार्मिक उन्माद बढ़ने की प्रबल संभावना बनती है। दुनिया में बड़े राजनीतिक फेरबदल व उतार चढ़ाव हमारे सामने आएंगे। किसी बड़ी घटना के रहस्य पर से या किसी स्कैंडल से परदा उठ सकता है। कोई बड़ा षड्यंत्र उजागर हो सकता है। ग्रहों की गोचर स्थिति का यहाँ विस्तृत वर्णन करने जाऊंगा तो यह आलेख काफी बड़ा हो जाएगा। मैं किसी प्रकार आपको भयभीत भी नही करना चाहता। मेरा उद्देश्य केवल आपको सचेत करना मात्र है। अतः मेरा आपसे अनुरोध है कि आज अर्थात 25 जुलाई से आगामी 10 अगस्त तक आप जीवन के प्रत्येक भाग में सावधानी रखें। लंबी दूरी विशेषकर पहाड़ी व समुद्र के किनारे वाले क्षेत्रों की यात्रा से बचें। घर में कोई बड़ा आयोजन करने का विचार या योजना हो तो इन 15 दिन उसे स्थगित रखें। अग्नि व बिजली उपकरणों का उपयोग करते समय विशेष सावधानी बरतें। नदी, तालाब आदि में स्नान या इनके पास जाने में विशेष सावधानी रखें। अत्यधिक जरूरी न हो तो इनके समीप न जाएं। भीड़ का हिस्सा बनने से बचने की यथासंभव कोशिश करें। परिवार का प्रत्येक सदस्य अधिकतम समय अन्य सदस्यों के संपर्क में रहें और आपसी संवाद बना कर रखें। पति पत्नी व पिता पुत्र आपस में किसी प्रकार की गलतफहमी व नासमझी की स्थिति न बनने दें और आपसी सामंजस्य व समन्वय बना कर रखें। किसी से भी वाद विवाद से यथासंभव बचें। सोशल मीडिया का उपयोग करते समय अफवाह तंत्र का हिस्सा न बनें। 
ग्रह गोचर की इस अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अपने दैनंदिनी कार्यक्रम से बचे शेष समय को ईश आराधना में लगाएं। सत्संग में शामिल हों। श्रावण का पुण्य मास चल रहा है। मृत्युंजय भगवान शिव की आराधना इस समय विशेष फलदायी है। रुद्रावतार भगवान हनुमान व भय के देवता काल भैरव की आराधना भी संकटों तथा भय से मुक्ति दिलाने वाली है।
*सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे संतु निरामया।*
*सर्वे भद्राणि पश्यंतु मा कश्चित्दुखः भागभवेत।।*
इसी मंगल कामना के साथ आप सब के प्रति शुभकामनाएं…!
*- योगेंद्र माथुर*
आध्यात्मिक चिंतक