- उज्जैन, खबर हटके, शहर

भैरवगढ़ जेल में अफीम पकड़ने वाला सिपाही जेल अधीक्षक उषा राजे के निशाने पर

Spread the love

 

ऑडियो को डाउनलोड कर सुने- जेल अधीक्षक उषा राज और सिपाही सनी सिंह गहलोत के बीच सेल पर हुई वार्तालाप

,,✍️राजकुमार अग्रवाल✍️

उज्जैन / केंद्रीय भैरवगढ़ जेल इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है। जेल अधीक्षक उषा राजे जब से यहां पदस्थ हुई है तब से ही वे यह आरोप लगा रही है कि जेल में पदस्थ उनके अधीनस्थ नित्य नए घटनाक्रमों को अंजाम दे रहे हैं। इतना ही नहीं जेल अधीक्षक के बंगले में ट्रैक्टर घुस जाने पर उनके द्वारा इसे हत्या के प्रयास की साजिश करार दिया गया था। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुई है जिसमें जेल अधीक्षक उषा राजे और सिपाही सनी सिंह गहलोत के बीच सरकारी रजिस्टर को नष्ट करने की बात कही जा रही है वही सिपाही को दो कौड़ी की औकात वाला बताकर सस्पेंड करने की धमकी दी है। स्टेट वार्ता न्यूज़ पोर्टल की टीम के पास उक्त ऑडियो मौजूद है।

सावन मास प्रारंभ हो चुका है बारिश सावन के शेवरों के साथ कभी-कभी झमाझम भी हो रही है जिसके परिणाम स्वरूप सरकारी भवनों में पानी टपकने से महत्वपूर्ण दस्तावेज रजिस्टर आदि की सार संभाल करना काफी टेढ़ी खीर नजर आता है। ऐसा ही एक मामला उस समय सुर्खियों में आया जब सोशल मीडिया पर जेल अधीक्षक उषा राजे और सिपाही सनी सिंह गहलोत के बीच हुई करीब 6 मिनट 35 सेकंड की वार्तालाप का ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें सनी सिंह गहलोत के द्वारा सरकारी रजिस्टर को नष्ट करने का आरोप जेल अधीक्षक पर लगाया जा रहा है तो दूसरी ओर जेल अधीक्षक के द्वारा उसे कर्तव्य में लापरवाही की बात कही जा रही है। वही सिपाही सनी सिंह को दो कौड़ी की औकात बता कर सस्पेंड करने की धमकी भी दी जा रही है। जेल अधीक्षक के द्वारा सिपाही पर जेल में तमाकू फेंकने का आरोप लगाया जा रहा है जबकि सिपाही के द्वारा अपने द्वारा जेल से अफीम पकड़ने का मामला बता कर ड्यूटी बदलने का आरोप जेल अधीक्षक पर लगाया गया है।
कुल मिलाकर भेरूगढ़ जेल में इस बार उषा राजे की पदस्थी के बाद से ही नित्य नए विवाद आए दिन सामने आ रहे हैं। जेल अधीक्षक उषा राजे के मुताबिक भेरूगढ़ जेल की छवि को धूमिल करने के 77 उनकी व्यक्तिगत छवि को धूमिल करने के लिए उनके अपने अधीनस्थ नित्य नए कारनामों को अंजाम दे रहे हैं और वह इस आशय की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दे चुकी है। यहां पर गौर करने योग्य बात यह है कि जेल अधीक्षक उषा राजे के द्वारा अधीनस्थ कर्मचारी अधिकारियों पर उंगलियां तो उठाई जा रही है लेकिन कभी भी उनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। ऐसे में कोई विरोधी उनके विरुद्ध षड्यंत्र रच रहा है यह समझ पाना मुश्किल हो जाता है। ऑडियो वायरल के मामले में ही गौर फरमाया जाए तो सिपाही सनी सिंह गहलोत जेल अधीक्षक को स्पष्ट रूप से कह रहा है कि आपके द्वारा सरकारी रजिस्टर को नष्ट करना गलत है और मैं इसकी शिकायत डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को करूंगा। वरिष्ठ अधिकारियों को भी चाहिए कि केंद्रीय भैरवगढ़ जेल में मची हुई आपाधापी पर वे गौर फरमाए और दोषी अधिकारी और कर्मचारियों के विरुद्ध कार्रवाई कर इस तरह के घटनाक्रमों पर अंकुश लगाएं।