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नाबालिग छात्र ने किया प्राणघातक हमला, स्कूल में तोड़फोड़, घटना को लेकर अभिभावकों में गुस्सा

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लवनीश अग्रवाल

उज्जैन/ शहर में अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों की बाढ़ सी आ गई है जिनमें बच्चों को भर्ती कराने के लिए अभिभावक मोटी रकम तक स्कूल संचालकों को वास्तविक खर्च के अलावा बिना रशीद के देकर भविष्य के सपने संजोते हैं। आज डिवाइन वैली नामक स्कूल मैं उस समय अफरा-तफरी मच गई जब प्रकाश नगर निवासी कक्षा दसवीं के नाबालिक छात्र ने कक्षा बारहवीं के छात्र चाहत लोदवाल पर चाकू से जानलेवा हमला कर मौत के घाट उतारने का प्रयास किया। घटना की जानकारी लगते ही नीलगंगा थाना प्रभारी श्री कुरील मौके पर पहुंच गए और जांच-पड़ताल के बाद आरोपी नाबालिग छात्र को हिरासत में ले लिया।
इस मामले में जो विचार नहीं सवाल सामने आ रहा है वह यह कि स्कूल के संचालक शुल्क के मामले में कोई समझौता नहीं करते हैं वही अपने अपने स्कूल के नियम के अनुरूप कॉपी किताब ड्रेस मटेरियल स्कूल बैग आदि निर्धारित दुकान से ही खरीदने के लिए बाध्य करते हैं वहीं स्कूलों में बच्चों को घड़ी मोबाइल आदि का उपयोग भी अपने अपने नियमानुसार करने देते हैं। अभिभावकों को स्कूल का स्टेंडर दिखाने के लिए सीसीटीवी कैमरे के अलावा सिक्योरिटी गार्ड का बल रखने की बात कही जाती है। यहां पर एक और गंभीर सवाल विचार नहीं है जिस पर हर अभिभावक को विचार करना चाहिए। सवाल यह है कि जब आप अपने बच्चे को अच्छे स्कूल में लेकर जाते हैं तो स्कूल का स्टॉप यह भरोसा दिलाता है कि बच्चों को अनुशासित सुसंस्कार सिखाया जाएगा फिर ऐसे में नाबालिक छात्र में हिंसक प्रवृत्ति कहां से आई। और इस छात्र के माध्यम से और कितने छात्र हिंसक हो चुके हैं उनके आचरण पर ध्यान देना होगा। कहीं ना कहीं इस घटना के पीछे स्कूल संचालक भी दोषी है । स्कूल परिसर में सुरक्षा की जिम्मेदारी संचालक मंडल की ही होती है और यह दुर्घटना आप दा नहीं है यह स्कूल प्रशासन की लापरवाही से जुड़ा हुआ मामला है एक छात्र अपने साथ घातक हथियार लेकर स्कूल कैसे आ गया। पुलिस को भी इस मामले में गिरफ्तार किए गए छात्र से उसके दोस्त सर्कल आदि की जानकारी लेकर उनके माता-पिता को समझाइश देने की पहल करना चाहिए।
और अभिभावकों को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों पर ध्यान दें कुछ भी बदलाव नजर आने पर स्कूल प्रशासन से भी बात करें और स्वयं भी अपने बच्चों को विश्वास में लेकर सही दिशा में लाएं। ना कि स्कूल अस्पताल में तोड़फोड़ कर हिंसक घटना को अंजाम दे।