उज्जैन/ उज्जैन में आज दूसरे दिन भी शाम को 7:00 बजे के करीब बारिश ने दस्तक दी जिसकी वजह से शहर तरबतर हो गया वही बारिश का पानी महाकाल मंदिर के नंदीहाल में झरने की तरह गिरने से जल भरण की स्थिति देखने को मिली। महाकाल मंदिर में जिस तरीके से बारिश का पानी गर्भ ग्रह के ठीक सामने बनी नंदीहाल में झरने की तरह बहा वह मंदिर प्रबंध समिति की लापरवाही को उजागर करता है। विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की मंदिर की साल संभाल की व्यवस्था महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के हाथों में है। मंदिर परिसर के चारों ओर महाकाल वन प्रोजेक्ट के नाम पर विकास कार्य किए जा रहे ऐसे में बारिश के शुरुआत में इस तरह मंदिर में बरसात होने से आम लोगों में व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा का विषय बन गया है। मंदिर परिसर में इस तरह पानी घुसने पर कर्मचारियों के द्वारा पानी को निकालने के लिए प्रयास किए गए जिसमें ने काफी मशक्कत के बाद सफलता हासिल हुई