???? *वास्तु शास्त्र के अनुसार कैलेंडर की सही दिशा????*
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???? वास्तु शास्त्र में कैलेंडर लगाने के सही तरीकों के बारे में बताया गया है।
????सही दिशा में सही कैलेंडर लगाने से प्रगति होती रहती है।
????वास्तु के अनुसार पुराने कैलेंडर को हटा देना चाहिए।
नए साल में नया कैलेंडर लगाएं। जिससे नए साल में पुराने साल से भी ज्यादा शुभ अवसरों की प्राप्ति होती रहे।
????समय के सूचक कैलेंडर नए साल के साथ ही परिवर्तनशील होते हैं। तारीख, साल, समय ये सब आगे बढ़ते रहते हैं और निरंतर आगे बढ़ते रहने को प्रेरित करते हैं।
????नया साल लगते ही हर घर में कैलेंडर बदल जाता है। कैलेंडर हमारी जिंदगी को प्रभावित करते हैं..
????कई बार पुराने कैलेंडर से लगाव होने के कारण उसे दीवार से नहीं हटाते हैं ।
????फेंगशुई और वास्तु के अनुसार पुराने कैलेंडर को दीवार पर लगाए रखना अच्छा नहीं माना गया है
????इससे भविष्य की रूपरेखा प्रभावित होती है*????
????नए साल के नए कैलेंडर को घर में लगाना चाहिए।
जिससे कि नए साल में पुराने साल से भी ज्यादा शुभ अवसरों की प्राप्ति होती रहें।
???? वास्तु के अनुसार कैलेंडर को घर में उत्तर ,पश्चिम या पूर्वी दीवार पर लगाना सही रहता है।
????कई बार कैलेंडर के पृष्ठों में हिंसक जानवरों, दुःखी चेहरों की तस्वीरें दी गई होती हैं। इस प्रकार की तस्वीरें घर में नेगेटिव एनर्जी का संचार करती है। ऐसे किसी कैलेंडर को भी घर में नहीं लगाना चाहिए।
पूर्व दिशा में कैलेंडर लगा ना शुभ होता है।
क्योकि सूर्योदय की दिशा भी पूर्व है। इस दिशा में कैलेंडर रखना बहुत शुभ माना गया है। यह संतान के जीवन में प्रगति के द्वार खोलता है।
????यदि कैलेंडर पर तस्वीरें बनी हो तो इस दिशा में उगते हुए सूरज की तस्वीर वाला कैलेंडर लगाना चाहिए।
????अपने आराध्य देव, बच्चों या प्रेरणादायी तस्वीरों वाला कैलेंडर इस दिशा में लगा सकते है।