- इंदौर, न्यूज़, शहर

जनसरोकार और मीडिया विषय पर संगोष्ठी सम्पन्न

Spread the love

इंदौर/ मध्यप्रदेश सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने पर इंदौर संभाग के सभी जिलों में संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय द्वारा जनसरोकार और मीडिया विषय पर संगोष्ठी आयोजित की जा रही है। इसी क्रम में इंदौर में प्रीतमलाल दुआ सभागृह में संगोष्ठी आयोजित की गई।
संगोष्ठी में इंदौर प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी ने कहा कि मीडिया में जनसरोकारो की खबरो को समुचित स्थान मिलना चाहिये। जन सरोकारों की खबरो का बहुत महत्व होता है। उन्होंने कहा कि पहले ऐसा दौर था जब जन समस्याओं की खबरे प्रकाशित होती थी तो उसका निराकरण भी तुंरत हो जाता था। वरिष्ठ पत्रकार रमण रावल ने कहा कि समाज और सरकारी तन्त्र में अलग-अलग प्रकृति और अलग-अलग स्वभाव के लोग रहते हैं। कार्यों में सफलता तभी मिलती है जब उसमें जनसरोकार और जनसहभागिता जुड़ी हुई हो। इसका बेहतर उदाहरण इंदौर शहर को लगातार स्वच्छता में नंबर वन रहने का है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेकर उसका क्रियान्वयन कर रही है। सरकार ने कर्जमाफी का पहले ही दिन निर्णय लेकर उसका अमल शुरू कर दिया। यह उनकी जनहितैषी भावना को दर्शाता है। जनसरोकार की दिशा में सरकार का यह बड़ा कदम था। इसके बाद वह लगातार जनता के हित में निर्णय लेकर उसका क्रियान्वयन कर रही है।
वरिष्ठ पत्रकार अमित मण्डलोई ने कहा कि जनसरोकर विस्तृत शब्द है। इसके मायने सबके लिये अलग-अलग है। जनसरोकार भी पक्ष एवं विपक्ष में बटा हुआ है। आमजन भी अपने सरोकारों से अज्ञान है। ऐसे वक्त में मीडिया एवं सरकार के सामने बडी चुनौती है कि वह जन भावना को कैसे समझे और उसके अनुरूप कैसे कार्य करें। ऐसे समय में जब सोशल मीडिया के माध्यम से हर व्यक्ति अपनी भावना व्यक्त कर रहा है, उस समय प्रिंट एवं इलेक्ट्रानिक मीडिया का दायित्व और अधिक बढ़ जाता है।
हमको चाहिये कि अपनी विश्वसनीयता कायम रखते हुये जनसरोकारों के मुद्दों को प्रमुखता दें।संभागीय जनसंपर्क कार्यालय इंदौर के प्रभारी संयुक्त संचालक डॉ. आर.आर पटेल ने स्वागत भाषण देते हुये जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन सुनयना शर्मा ने किया।