उज्जैन/ मध्य प्रदेश के इंदौर में कंपनी खोलकर उसके माध्यम से भारतीय विद्यार्थियों को विदेश के कॉलेज में दाखिला दिलवाने के नाम पर जालसाजी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपियों के प्रांतीय राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड की जांच पड़ता की जा रही है।
उज्जैन के पुलिस नियंत्रण कक्ष पर पत्रकारों से रूबरू होते हुए पुलिस अधीक्षक और उनकी टीम ने जानकारी देते हुए बताया कि फरियादी कृति पिता महेंद्र यादव ने वर्ष 2018 में एमबीबीएस पढ़ाई विदेश से करने हेतु आरिफ खान उज्जैन निवासी से संपर्क किया तो उनके द्वारा जॉर्जिया मैं एडमिशन करवा दिया गया और यहां से 4 वर्ष का कोर्स भी वह कर चुकी थी। अंतिम वर्ष के कोर्स के दौरान रूस यूक्रेन युद्ध वर्ष 2022 के आरंभ हो जाने से उसे भारत लौटना पड़ा। शेष 1 वर्ष के कोर्स के लिए उसके द्वारा पुनः आरिफ खान से संपर्क किया गया तो आरिफ ने अपनी टीम के सदस्य शाहरुख मंसूरी, गोमु, एवं साहिल मंसूरी से संपर्क बनवाया गया और शेष बचे 1 वर्ष के कोर्स के लिए अन्य देश के कॉलेज में एडमिशन कराने की बात कही गई जिसका खर्च आरोपी गणों के द्वारा करीब 3 लाख रुपए बताया गया। आरोपियों के द्वारा फरियादी को बताया गया था कि कजाकिस्तान के ताशकन्द के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन करवाया जाएगा तब फरियादी पक्ष के द्वाराअपनी पढ़ाई को पूर्ण करने के लिए आवेदन किए जाने हेतु मार्कशीट पासपोर्ट और ट्रांजैक्शन पेपर आदि उपलब्ध कराए गए इन सभी कागज तथा दी गई राशि की रसीद मांगने पर आरोपीगण भड़क गए। तभी इनके द्वारा फरियादी और उसके परिजनों को डराया धमकाने जान लगा और इसी बीच फरियादी परिवार पर दबाव बनाते हुए ₹500000 ऑनलाइन भुगतान और करवा लिया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार जब उक्त विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए इन लोगों के द्वारा बताए गए कजिकिस्तान के कॉलेज पहुंची तो पता चला कि उसका यहां पर किसी भी प्रकार का कोई ऐडमिशन नहीं करवाया गया है और ना ही कोई फीस जमा की गई है। इस बीच आरोपी गणों के विदेशी साथी के द्वारा उक्त छात्रा से उसका पासपोर्ट वीजा आदि ले लिए गए और उसे ऐसी जगह भेज दिया गया जहां से निकलने के लिए उसे दूतावास का सहारा लेना पड़ा। तब कहीं जाकर वहां वापस भारत आ पाई। छात्रा के द्वारा बाद में स्वयं के खर्चे से किर्गिस्तान से अपनी एमबीबीएस की डिग्री पूर्ण की गई।
डिग्री पूर्ण करने पर की शिकायत
इस मामले में छात्रा के द्वारा डिग्री पूर्ण करने के बाद महाकाल थाने को पूरे प्रकरण की जानकारी दी गई पुलिस के द्वारा इस मामले में जब छानबीन शुरू की गई तो जानकारी मिली कि इंदौर में ism educate नामक कंपनी का संचालन आरोपी कर रहे हैं। महाकाल पुलिस के द्वारा इस मामले में टीम का गठन कर आरोपियों की धर पकड़ के प्रयास किए गए और पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपियों में शाहरुख मंसूरी निवासी तोपखाना उज्जैन, आरिफ खान निवासी नागझिरी उज्जैन,गोमु निवासी गंजबासौदा विदिशा हाल मुकाम इंदौर तथा शाहीन मंसूरी निवासी शाजापुर को गिरफ्तार किया जाकर पूछताछ की गई। पुलिस ने आरोपी गणों को न्यायालय में पेश किया है।
पुलिस इस मामले में पकड़े गए सभी आरोपियों के आपराधिक रिकार्ड को खंगाल रही है ऐसी संभावना है कि इस गिरोह के द्वारा अन्य लोगों के साथ भी इस तरह की जलसाजी की गई है। मामले में अन्य फरियादियों के सामने आने पर आरोपियों के विरुद्ध प्रकरण पंजीकृत कर जांच शुरू की जाएगी फिलहाल पुलिस ने अपराध क्रमांक 269 /2025
धारा 318(4),308(5) बी एन एस मैं अपराध पंजीवट किया है।