- उज्जैन, न्यूज़, विडियो, शहर

शराब दुकान के सेल्स मैनेजर को थाना प्रभारी ने बियर के लिए पीटा

Spread the love

https://youtu.be/kP457yE5Ia4

उज्जैन / उज्जैन नागझिरी थाने के कुछ पुलिसकर्मी है। जो अपना शौक पूरा करने के लिए नागझिरी अंग्रेजी शराब की दुकान पर गए और बेफिजूल बिना पैसे के बियर शराब की मांग की कर्मचारी द्वारा कहा गया कि आप मेरे सेट से बात करवा दीजिए मैं आपको दे दूंगा मुझे देने का पावर नहीं है तो पुलिसकर्मियों ने अपशब्दों का प्रयोग कर थाना प्रभारी की धमकी दी और बीयर व शराब लेकर चले गए। पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देते हुए बताया कि 26/07/2023 को रात्रि 12:30 बजे के लगभग पुलिस थाना नागझिरी के थाना प्रभारी विक्रम सिंह एवं पुलिस विजय चौहान तथा सिविल पुलिस कर्मी तथा टीआई के प्रायवेट ड्राइवर किशन द्वारा मुझे बिना किसी अपराध के जबरन शराब दुकान से उठाकर थाने में लेजाकर फिर थाने के बाहर निकालकर थाने के सामने रोड पर बिना किसी अपराध के लिटाकर प्लास्टिक के लट्ठ से मारपीट कर गंम्भर चोट पहुंचाने तथा अपने शासकिय पद का दुरूपयोग करने एवं अश्लिल गौलीयाँ देने तथा कही शिकायत करने पर हत्या करने की धमकी भी दी गई। 26/7 को रात्रि 11.20 बजे के लगभग थाना प्रभारी नागझिरी का प्रायवेट ड्रायवर किशन पल्सर बाईक से शराब लेने आया और 4 बियर की मांगी और कहा कि टी.आई. साहब ने बियर मगाई है और पैसे मै नही दुगा तु टीआई साहब से ही माँग लेना तो मैंने कहा कि आप मेरे सेठ से बात करा दो तो मैं दे दुगा अन्यथा बियर नही दे पाऊंगा। तो मेरी टी आई साहब विक्रम सिंह से उसके स्वयं के मोबाइल फोन पर बात कराई तो बोले कि मैं टीआई नागझिरी बोल रहा हूँ 4 केन देदे हंटर, मैंने कहा कि साहब मुझे सेठ से परमिशन नहीं है। तो मुझे फोन पर माँ बहन की गालियाँ दी और कहा कि आता हूँ तेरी पहलवानी तेरे पिछवाड़े में घुसेड़ दूंगा और तेरे पे 54 लीटर का ही केस बनाऊंगा और उसके बाद ड्राइवर बिना रूपये दिए 4 बियर हण्टर की केन ले गया। यत उपरोक्त विषयान्तर्गत निवेदन है कि में प्रार्थी विरेन्द्र कुमार तिवारी पिता स्व.कमलापत तिवारी निवासी 78 मकानं नम्बर 114 विजयनगर इन्दौर का हु। तथा मै प्रार्थी
उज्जैन में नागझिरी शराब दुकान नम्बर 2 मारूती शो रूम के पास देवास रोड उज्जैन अंग्रेजी शराब की दुकान पर शराब सेल्प इंचार्ज के पद पर कार्य करता हूँ।
यह कि कुछ देर बाद जब दुकान बन्द कर दी थी उसके बात लगभग 11.35 पे दो पुलिस जवान विजय चौहान तथा एक अन्य पुलिस आये और दुकान का शटर बजाने लगे तो दुकान का शटर खोला तो दोनों पुलिस वाले बाहर ही खड़े रहे। और बोले कि टीआई साहब ने बुलाया है पुछताछ करके छोड़ देगें गुस्से में है। क्योंकि तूने बियर नही दी थी थोड़ी बहुत गाली गलोच कर छोड़ देगें पुलिस वाले जबरन थाने
की गाडी बोलेरो में बैठकर लगभग 11:55 बजे ले गये।
मुझ प्रार्थी को लगभग रात्रि 12 बजे के आस पास पुलिस वाले थाने में ले गये। 15 मिनट बाद टीआई विक्रम सिंह आये और बोले कि इसको बाहर लाओं
फिर रोड पर टीआई और विजय चौहान तथा एक और सिविल जवान ने हाथ मुक्के से मारना शुरू किया फिर मेरे से पूछा कि तेरे कितने आपराधिक रिकार्ड है तो मैंने कहा कि मेरे कोई भी आपराधिक रिकार्ड नहीं है। टीआई ने कहा कि अब तुझे आपराधिक बनाऊंगा। फिर टीआई साहब ने कहा कि लट्ठ लाओ ये ऐसे नही मानेगा तो विजय चौहान बोलेरो गाडी में से पाइप लाया और सिविल पुलिस और टीआई दोनों पाइम से मारने लगे विजय चौहान ने मेरे हाथ पकड़े और ड्राइवर किशन ने पैर पकड़े और मुझे रोड पर उल्टा लिटाकर मेरे कमर पर तथा पीठ पर एवं पुटटट्ठे पर पाइप से टीआई साहब और उक्त सिविल पुलिस ने लगभग 50 लट्ठ मारे और जिससे मुझे दोनों हाथ बॉह और पुटठे पर पैरो पर एव पीठ में
चोटे आई और फिर मुझे थाने में अंदर ले गये और ले जाकर कई कोरे कागजों पर हस्ताक्षर
कराए और एसएसआई सलीम से कहा कि इसको अब अपराधी बनाना है। यह नेतागिरी की
बात कर रहा है। मैने कहा कि आप मेरे उपर झुठा अपराध बना दो मै तो मेरे सेठ जी से बात करके उज्जैन ही छोड़ देता हु।
सेठ जी के पार्टनर को फोन लगाया सेठ के पार्टन रात पौने 1 बजे के लगभग थाने पर आये तो फिर बिना केस बनाये थाना प्रभारी ने मुझे केबीन में बुलाकर कहा कि तू टीआई का मतलब नहीं समझता है। इसलिए तेरे को इतना मारा है अब शान्ति से काम कर और टीआई का मतलब समझ लेना और जो भी मेरे नाम से शराब माँगने जाये उसे दे देना उससे रूपये मत माँगना नहीं तो तेरी मार मार कर हत्या कर दुगा और छोड़ दिया। उक्त समस्त घटना का विवरण पुलिस थाना नागझिरी के कैमरे में है तथा नागझिरी वाइनशाप नम्बर 2 के कैमरे भी रिकार्डिंग उपलब्ध है। यह कि बिना किसी अपराध के जबरन दुकान से उठाकर थाने में लेजाकर थाने के सामने रोड पर बिना किसी अपराध के लिटाकर प्लास्टिक के लटठ से मारपीट कर गंम्भर चोट पहुँचाने तथा अपने शासकिय पद का दुरुपयोग करने एवं अश्लिल गॉलीयाँ देने तथा कही शिकायत करने पर हत्या करने की धमकी देने के संबंध में प्रकरण दर्ज किया जाना न्यायहित में आवश्यक है एवं अन्य विभागीय दण्डात्मक कार्यवाही किया जाना आवश्यक है। मुझ प्रार्थी को गंम्भर चोट है किन्तु बिना रिपोर्ट के हास्पीटल में मेडिकल भी नहीं हो रहा है इस कारण मेरा रिपोर्ट दर्ज कर मेडिकल कराकर इलाज कराना
आवश्यक है।

इस संबंध में थाना प्रभारी श्री चौहान से चर्चा करने का प्रयास किया गया तो वह उपलब्ध नहीं हो पाए।