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ज्वेलर्स पुत्र उज्जैन के व्यापारियों का करोड़ों का सोना लेकर हुआ लापता, पिता ने गुमशुदगी दर्ज करवाई

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उज्जैन/ बहुचर्चित कोठारी परिवार का युवा व्यवसाई पुत्र एक बार फिर सर्राफा बाजार में व्यापारियों को करीब 2 करोड़ रुपए का चूना लगाकर रफूचक्कर हो गया है। लापता व्यवसाई के पिता ने 2 दिन पूर्व महाकाल थाने में अपने पुत्र के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज करवाई है। वही लापता हुए व्यवसाई की कारगुजारी का शिकार हुए व्यापारी भी अब पुलिस के पास पहुंच गए हैं और उनके द्वारा कोठारी परिवार के जालसाज युवक की हकीकत पुलिस के सामने बयां की है। गुमशुदगी के मामले में जब नया मोड़ आया तो पुलिस भी घटना को जानने के बाद अचंभित है। लापता युवक की तलाश में पुलिस जुट चुकी है।
लखेरवाड़ी क्षेत्र के सोलंकी मार्केट मैं द कोठारी ज्वेलर्स के नाम से कुशल कोठारी नामक व्यापारी कई वर्षों से अपना व्यापार संचालित किए हुए हैं। 3 वर्ष पहले उक्त व्यापारी के द्वारा सोनम होल मार्का नाम से इसी मार्केट में व्यापार आरंभ किया गया था जिसकी अधिकृत एजेंसी लगभग 1 वर्ष चलाने के पश्चात होल मार्का का काम बंद हो गया लेकिन अवैध रूप से इनके द्वारा यह कार्य अभी तक संचालित किया जा रहा था। इससे व्यापारियों को लाभ पहुंचाया जा रहा था। कुशल कोठारी नामक व्यापारी का युवा पुत्र रवि कोठारी उर्फ जानू भी उसके इस व्यापार में सहयोगी के रुप में कामकाज को संभालता है। जिसके परिणाम स्वरूप रवी कोठारी और कुछ जानू के उज्जैन के सर्राफा व्यापारी से मधुर संबंध रहे हैं और वह विश्वास में जानू और कुशल दोनों से व्यापार करते रहे हैं। व्यापारियों के विश्वास को उस समय चोट पहुंची जब जानू करीब 2 करोड रुपए का 4 किलो सोना कुछ व्यापारियों का लेकर लापता हो गया। व्यापारी गण इस मामले को समझ पाते उसके पहले ही चतुर चालाक कुशल कोठारी ने अपने पुत्र के लापता होने की सूचना पुलिस को दी। और जैसे ही यह खबर व्यापारियों तक पहुंची तो उनके होश उड़ गए व्यापारियों का एक समूह महाकाल थाना प्रभारी मुनेंद्र गौतम और वरिष्ठ अधिकारियों से मिला और रवि उर्फ जानू कोठारी की करतूत का काला चिट्ठा खोल कर रख दिया। इस संबंध में कुशल कोठारी से चर्चा का प्रयास किया गया लेकिन वह उपलब्ध नहीं हो पाए।

पूर्व में भी दो बार रवि कोठारी व्यापारियों को चूना लगा चुका है

इस मामले में जब स्टेट वार्ता न्यूज़ पोर्टल की टीम ने छानबीन की तो पता चला कि कुशल कोठारी विजया बैंक मैं सोना टेस्टिंग करने का अधिकृत रूप से कार्य करता रहा है तब इसके द्वारा करीब ₹1000000 का नकली सोना टेस्टिंग कर बैंक को भी चूना लगाया था जब इस मामले इस सच्चाई बैंक के अधिकारियों को समझ में आई तो कुशल कोठारी और रवी कोठारी पर बैंक द्वारा दबाव बनाकर 10 लाख की भरपाई करवाई गई थी। वही एक बार हीरे की हेराफेरी कर व्यापारियों को चूना लगा चुका है इस तरह की चर्चाएं पटनी बाजार क्षेत्र में व्यापारियों के बीच बनी हुई है।

मकान बेचने की खबर

रवी कोठारी उर्फ जानू के द्वारा जिन व्यापारियों को चुना लगाया गया है उनके द्वारा जब रवि के पिता कुशल कोठारी पर दबाव बनाया गया तो सेठी नगर स्थित एक मकान शिकार हुए एक व्यापारी को बेचने की खबर भी सर्राफा बाजार में बनी हुई है। व्यापारियों के अनुसार एक करोड़ रुपए में उक्त मकान का सौदा होना बताया जा रहा है।

बार-बार व्यापारियों को इस तरह से लगने वाले रवि उर्फ जानू के मामले में जो चौंकाने वाली बात है वह यह कि इस तरह के कृत्यों में उसके पिता की भी अहम भूमिका है पहले भी जब इस तरह के कृत्य हुए थे तो उनके द्वारा व्यापारियों को 25 से 50% राशि लौटा कर शेष राशि हजम कर ली गई थी और इस बार भी इसी पैटर्न पर काम को निपटाने की बातचीत दोनों पक्षों के बीच चल रही है। व्यापारी आधे में इसलिए समझौता करने के लिए तैयार है क्योंकि वह भी 4 किलो करीब सोने का हिसाब देने में असमर्थ है

ऐसे यह परिवार बहुत चर्चित हुआ

भागसीपुरा स्थित बीबीजी की गवाड़ी कोठारी परिवार की पैतृक संपत्ति रही है और इस संपत्ति को लेकर कई वाद विवाद हुए हैं यही वजह है कि यह परिवार बहु चर्चित पहचाना जाने लगा।

मुंबई और इंदौर में भी रवि ने कई लोगों को बनाया अपना शिकार

बताते हैं कि परिवार का यह सदस्य शातिर दिमाग का धनी है इसके द्वारा अपनी करतूतों के चलते मुंबई और इंदौर में भी कई व्यापारियों को शिकार बनाया है। कुल मिलाकर पिता-पुत्र व्यापारियों को उलझा कर फिर 50% में मामले का निपटान करने के आदि हो चुके हैं।