राजकुमार अग्रवाल
उज्जैन/ अपनी अदाकारी और कुछ विशेष दिखने की वजह से आज के इस दौर में नवयुवतियों के बीच अपनी अलग पहचान रखने वाले युवक ने अपने जन्मदिन के दिन ही मौत को गले लगा लिया। यह खबर उज्जैन इंदौर शहर में जैसे ही इस युवक के जान पहचान के लोगों में पहुंची किसी को भी इस घटना पर विश्वास नहीं हुआ। हमेशा मुस्कुराते हुए अपनी एक विशेष अदा से सबके बीच विशेष पहचान बनाकर चलने वाले युवा के इस तरह से चले जाने से गमगीन माहौल बन गया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक सार्थक नगर क्षेत्र निवासी विकास शर्मा पिता बहादर उम्र करीब 25 वर्ष ने देर जहरीला पदार्थ खा लिया जिससे उसे इलाज हेतु गंभीर अवस्था में पाटीदार हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था यहां दौराने इलाज युवक ने मौत के सामने घुटने टेक दिए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम हेतु अस्पताल भिजवाया है तथा मामले में जांच कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि किन कारणों के चलते विकास ने यह कदम उठाया है। इस संबंध में पुलिस मृतक के परिजन तथा उसके करीबी मित्रों के अलावा सार्थक नगर के रहवासियों से भी पूछताछ कर रही है।
रात 12:30 बजे शिक्षक और मित्रों के साथ घर पर मनाया जन्मदिन
विकास शर्मा का कल जन्मदिन होने से उसके मित्र केक आदि सामग्री लेकर देर रात 12:00 बजे उसके घर आए थे जहां पर विकास के घर के ऊपर रहने वाली टीचर तथा उसके दोस्तों ने जन्मदिन सेलिब्रेट किया था। तब तक विकास सभी के बीच हंसता खेलता हुआ नजर आ रहा था उसके किसी भी हाव-भाव और बातचीत से कहीं किसी को भी ऐसा प्रतीत नहीं हुआ कि थोड़ी देर बाद विकास इस दुनिया को अलविदा कहने के लिए कदम उठा लेगा। जन्मदिन मनाने के बाद करीब 12:30 बजे उसके दोस्त और ऊपर रहने वाली टीचर अपने-अपने घर चले गए इसके बाद विकास ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली।
पिछले दिनों सुंदरकांड और भंडारा का आयोजन किया था
विकास की माताजी श्रीमती संतोष शर्मा को कैंसर जैसी घातक बीमारी होने से विकास के द्वारा पिछले दिनों सुंदरकांड का पाठ करवाया गया था जिसमें उसके इष्ट मित्र तथा आस-पड़ोस के लोग शामिल हुए थे। इसी दिन विकास के साथ दो घटनाएं घटित हुई थी। पहली घटना नागझिरी थाना अंतर्गत अपने दोस्तों के साथ रील बनाते समय थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर विकास से मोबाइल ले लिया था। पुलिस के वहां पहुंचने से विकास के साथ रील बना रहे उसके दोस्त अपनी बुलेट लेकर वहाँ से चले गए थे। तब पुलिस ने विकास से मोबाइल लेकर बुलेट और उसके चालकों को थाने पर लेकर आना उसके बाद तुम्हारा मोबाइल देंगे। वही सुंदरकांड के दौरान विकास के दोस्त की बुलेट गाड़ी सार्थक नगर से चोरी हो गई जिसकी रिपोर्ट नील गंगा थाने में दर्ज की गई। कुल मिलाकर विकास का मोबाइल नागझिरी थाने में जमा है। कुल मिलाकर विकास के साथ एक ही दिन में दो घटनाएं हुई थी।
अपनी विशेष अदाओं से लड़कियों में अलग पहचान रखता था विकास
इंदौर की किसी मेडिसिन कंपनी का काम करने वाले विकास में प्राकृतिक रूप से कुछ ऐसे गुण थे जिससे वह लड़का होते हुए भी लड़कियों के हाव-भाव और स्टाइल में रहता था जिससे उसकी दोस्ती लड़कियों से ज्यादा होने की जानकारी मिली है। वैसे विकास के बारे में उसको जानने वाले बताते हैं कि वह दिल का बहुत साफ था ओर व्यवहार कुशल था। किसी भी प्रकार की गलत संगत में नहीं था।
विकास के पिता और माता अलग-अलग रहते हैं
इस मामले में एक और पहलू यह जानने में आया कि विकास की माता संतोष शर्मा अपने पुत्र और दो पुत्री के साथ एक दशक से अलग रह रही थी दोनों पुत्री के विवाह के बाद अब श्रीमती संतोष शर्मा पुत्र विकास के साथ रहकर किसी रेस्टोरेंट में खाना बनाने का कार्य करती है। उसके पिता कहीं किसी अन्य जगह गांव में निवास करते हैं आज उन्हें विकास के इस तरह से चले जाने की जानकारी दी गई है।
मां का इलाज करने के लिए बेचैन था विकास
अपनी मां को कैंसर जैसी घातक बीमारी हो जाने से विकास के द्वारा उनके इलाज हेतु अथक प्रयास किया जा रहे थे जिसके चलते उसके द्वारा प्रधानमंत्री की आयुष्मान योजना का कार्ड बनवाने का प्रयास भी किया गया लेकिन आयु सीमा का बंधन आने से वह कार्ड नहीं बनवा पाया उसने आयुष्मान कार्ड के लिए शहर के सभी नेताओं से संपर्क भी किया था लेकिन सभी जगह से उम्र कम होने की बात कह कर सहयोग नहीं किया गया इस तरह का आरोप मृतक विकास के जीजा ने लगाया है